Their Words, Their Voice

Ghazals, Nazms....

Sunday, July 31, 2005

वही पलकों का झपकना वही जादू तेरे

Lyricist: Nazeer Qaisar
Singer: Ghulam Ali

वही पलकों का झपकना वही जादू तेरे
सारे अंदाज़ चुरा लाई है ख़ुशबू तेरे।

तुझसे मैं जिस्म चुराता था मगर इल्म न था
मेरे साये से लिपट जाएँगे बाज़ू तेरे ।

तेरी आँखों में पिघलती रही सूरत मेरी।
मेरी तसवीर पे गिरते रहे आँसू तेरे।

और कुछ देर अगर तेज़ हवा चलती रही
मेरी बाँहों में बिखर जाएँगे गेसू तेरे।


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1 Comments:

At 14/7/21 6:11 PM, Blogger Unknown said...

Nice one

 

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