Their Words, Their Voice

Ghazals, Nazms....

Saturday, July 16, 2005

बरसात की बहार है साक़ी शराब ला

Lyricist:
Singer: Munni Begam

बरसात की बहार है साक़ी शराब ला
ये रुत ही ख़ुशगवार है साक़ी शराब ला।

बाँगों में झूलती है हँसी किस अदा के साथ
इक-इक से हम-किनार है साक़ी शराब ला।

है साज़ भी छिड़ा हुआ मैकश भी जमा है
अब किसका इंतज़ार है साक़ी शराब ला।

गरमा रही हैं दिल को उमंगे शबाब की
हर मस्त बेकरार है साक़ी शराब ला।

क्या भूरी-भूरी छाई है मैख़ाने पर घटा
कैसी हसीं फुहार है साक़ी शराब ला।

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हम-किनार = Embracing
मैकश = Boozer

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